हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है, और योगिनी एकादशी का दिन भी भक्तों के लिए अत्यधिक फलदायक होता है.
आषाढ़ माह की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 21 जून सुबह 7:18 बजे से शुरू होकर 22 जून को सुबह 4:27 बजे तक रहेगी. उदयातिथि होने के कारण व्रत 21 जून को ही रखा जाएगा.
इस साल योगिनी एकादशी पर भद्रा का साया सुबह 5:24 बजे से लेकर 7:18 बजे तक रहेगा. इस दौरान पूजा नहीं करनी चाहिए, भद्रा का समय अशुभ माना जाता है.
योगिनी एकादशी की पूजा के लिए सबसे उत्तम समय सुबह 4:04 बजे से लेकर 4:44 बजे तक रहेगा. यह समय विशेष रूप से शुभ माना जाता है.
अभिजीत मुहूर्त में पूजा करने का समय सुबह 11:55 बजे से लेकर 12:51 बजे तक रहेगा. यह समय भी शुभ और फलदायक होता है.
अमृत काल का समय दोपहर 1:12 बजे से लेकर 2:41 बजे तक रहेगा. इस समय में भगवान का ध्यान और मंत्रोच्चारण करना विशेष लाभकारी होता है.
आषाढ़ एकादशी का पारण 22 जून को किया जाएगा. पारण का सही समय दोपहर 1:47 बजे से शाम 4:35 बजे तक रहेगा.
योगिनी एकादशी व्रत के प्रभाव से भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति और सभी सुखों का आशीर्वाद मिलता है. साथ ही, यह व्रत जीवन में शांति और समृद्धि भी लाता है.