आज के एपिसोड में आप देखेंगे कि अभिमन्यु परेशान है, उसे शक हो गया है कि पार्थ ये काम अकेले नहीं कर सकता। मनीष और अक्षरा उसका दिमाग डाइवर्ट करने की कोशिश करते हैं लेकिन वो नहीं होता है।
फिर आरोही अभिमन्यु को कहती है कि- ‘चेक तो मां का था न, अभिमन्यु तुम मां से क्यों नहीं बात करते। शायद तब तुम्हें कुछ पता चले।’ आरोही की बात मानकर अभिमन्यु अपनी मां से चेक के बारे में पूछने निकल पड़ता है।
इधर अक्षरा आरोही से सवाल करती है कि उसने अभिमन्यु को क्यों बताया। इसपर आरोही उसे कहती है कि उसे अक्षरा, अभीर और उसके आने वाले बच्चे की फ़िक्र है और मंजरी को रोकना जरुरी है नहीं तो आगे भी वो मुश्किलें खड़ी कर सकती है। आरोही कहती है कि- ‘मैंने सच नहीं बताया बस सच तक पहुंचने का रास्ता बताया है।
अभिमन्यु मंजरी के पास पहुंचता है और चेक को लेकर सवाल करता है। जिसपर मंजरी उसे सच बता देती है और कहती है कि वो ऐसा बस अभिमन्यु की ख़ुशी के लिए कर रही थी। ताकि उसका बेटा अक्षरा से शादी कर के अभिनव के बच्चे को ना अपनाए।
मंजरी की बात सुनने के बाद अभिमन्यु आग-बबूला हो जाता है और मंजरी की हर दलील सुनने से इंकार कर देता है। अपनी ही मां ने उसे जेल भिजवाया ये जानने के बाद अभिमन्यु अपनी मां मंजरी से हर रिश्ता तोड़ देता है।
इसके बाद टूटे हुए अभिमन्यु को अक्षरा सहारा देती है और गोयनका हाउस लेकर आती है। जहां सभी अभिमन्यु को खुश करने की कोशिश करते हैं और उसे एहसास दिलाते हैं कि वो अकेला नहीं है उसके पास पूरा परिवार है।
शो के आगे आने वाले एपिसोड में आप देखेंगे कि शिवू अपने जन्मदिन के लिए अभिमन्यु को बिरला हाउस बुलाता है। तो दूसरी तरफ गोयनका हाउस में आधी रात को कुछ गुंडे घुस आते हैं जो अक्षरा और आरोही पर चाकू तान देते हैं।
अब अक्षरा और आरोही इस नई मुसीबत का कैसे सामना करेंगी, ये तो आने वाले एपिसोड में ही पता चलेगा।