वहीं अक्षरा और अभिमन्यु की मुलाकात स्कूल में होती है, जहां दोनों एक दूसरे से माफी मांगते है और कहते हैं कि हम सिर्फ दोस्त हैं और दोस्ती में ये सब चलता है लेकिन अभिमन्यु के मन में दोस्ती से ज्यादा कुछ है, इसलिए वो अपनी भावनाओं पर संयम नहीं रख पाता है।