‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ में विद्या बेल पर रिहा हो जाएगी। वह पांच दिनों की जेल की सजा काटने के बाद घर लौट आएगी।
विद्या के घर वापस आने की खुशी में अभिरा, पौद्दार हाउस के बाहर रंगोली बनाएगी। पौद्दार परिवार के सदस्यों को लगेगा कि ये रंगोली अरमान ने बनाई है।
ऐसे में वे भी विद्या के स्वागत के लिए आरती की थाली सजाएंगे और विद्या के घर आने का बेसब्री से इंतजार करेंगे।
हालांकि जब विद्या वापस आएगी तब उसकी हालत देख सब परेशान हो जाएंगे।
विद्या गुमसुम रहेगी। वह सदमे में रहेगी। वह न ही किसी बात पर रिएक्ट करेगी और न ही किसी से कोई बात करेगी। ऐसे में घरवाले टेंशन में आ जाएंगे।
अरमान, विद्या से बात करेगा। विद्या, अरमान से कहेगी, “मैं बाहर आई तो लोग मुझे पत्थर से मारने लगे। कहने लगे, ‘विद्या पौद्दार हाय हाय’। मैं रो रही थी, बहुत रो रही थी।
लेकिन लोग रुके नहीं। पत्थर मारते गए। ‘विद्या पौद्दार हाय हाय’ बोलते गए यहां पर। सब बोलते गए, ‘विद्या पौद्दार हाय हाय’, ‘विद्या पौद्दार हाय हाय।’
सबको यही लगेगा कि ये पौद्दार परिवार की बड़ी बहू नहीं है। ये एक मुजरिम है। ये एक मुजरिम है। मैं तो कभी बाहर निकल ही नहीं पाऊंगी इस घर से।”
अरमान, विद्या को समझाने की कोशिश करेगा, लेकिन विद्या बदले की आग में जलती रहेगा।
विद्या, अरमान से कहेगी, ‘मैं अंदर तभी जाऊंगी जब तू मुझसे वादा करेगा। मुझसे वादा कर, जिस तरह से मैं बेइज्जत हुई अभिरा भी होगी।’