‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ में डॉक्टर, अरमान को बताएगा कि अभिरा को होश नहीं आया है। डॉक्टर कहेगा, ‘सिर पर चोट लगने के बाद इतनी देर तक होश नहीं आना नार्मल नहीं होता है।
अगर अगले 12 घंटे तक अभिरा को होश नहीं आया तो शायद हम भी कुछ नहीं कर पाएंगे।’ अरमान परेशान हो जाएगा।
वह अभिरा से मिलने की जिद करेगा। जब डॉक्टर, अरमान को अभिरा के पास जाने से रोकेंगे तब अरमान उनसे लड़कर अभिरा के कमरे तक पहुंच जाएगा। अभिरा को यूं बिस्तर पर पड़ा देख अरमान इमोशनल हो जाएगा।
अरमान, अभिरा से कहेगा, ‘कैसे लेटी हो तुम। देखो! तुम ऐसे बिल्कुल अच्छी नहीं लग रही हो। देखो! जल्दी से उठो तुम। तुम बहुत गंदी लग रही हो।
मैं तुम्हारी बड़बड़ बर्दाश्त कर सकता हूं, लेकिन तुम्हारी चुप्पी बर्दाश्त नहीं कर सकता।’ इधर अभिरा को देख अरमान की हालत खराब हो जाएगी।
उधर रूही सबको बताएगी कि अभिरा हॉस्पिटल में एडमिट है। दादी-सा, अभिरा के लिए परेशान हो जाएंगी। वह खुद तो हॉस्पिटल नहीं जाएंगी, लेकिन विद्या और मनीषा को अभिरा के पास भेज देंगी।
विद्या और मनीषा के साथ रूही भी हॉस्पिटल पहुंच जाएगी। विद्या, अरमान को संभालेगी। उसे हौसला देगी और फिर घर चली जाएगी।
विद्या और मनीषा के जाने के बाद डॉक्टर अरमान को भी अभिरा के कमरे से बाहर निकलने के लिए कहेगा। हालांकि, अरमान डॉक्टर की बात नहीं मानेगा।
वह अभिरा के साथ रुकने की जिद करेगा और तभी रूही आ जाएगी। रूही, अरमान को समझाएगी और बाहर लेकर जाएगी।
रूही, अरमान को संभालेगी। वह उसका हाथ पकड़ेगी। अरमान भी इमोशनल हो जाएगा और रूही का हाथ पकड़ लेगा। दोनों अभिरा के होश में आने का इंतजार करते-करते एक-दूसरे के कंधे पर सिर रखकर सो जाएंगे।
सुबह अभिरा को होश आएगा और वह अरमान को आवाज लगाएगी। अरमान, अभिरा की आवाज सुनते ही भागते-दौड़ते अंदर चला जाएगा।
वह अंदर जाते ही अभिरा को खूब डांट लगाएगा। इतना ही नहीं, अभिरा को केस छोड़ने की सलाह भी देगा। लेकिन जब अभिरा, अरमान की सलाह मानने से इनकार कर देगी तब अरमान भड़क जाएगा और कहेगा, ‘मैं तुम्हारा सचमुच का पति हूं।
हर रीति-रिवाज से, हर कानून से…मैं तुम्हारा सचमुच का पति हूं।’ रूही दोनों की बातें सुन लेगी और इमोशनल हो जाएगी। वह अरमान से पूछेगी, ‘अभी जो भी तुमने कहा वो गुस्से में कहा न?’ अरमान, रूही का दिल रखने के लिए झूठ कह देगा कि उसने ये सब गुस्से में कहा।