‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ में अभिरा को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज मिल जाएगा। वह रूही और अरमान के साथ पौद्दार हाउस पहुंचेगी। बुआ-सा, अभिरा की आरती उतारने के लिए दरवाजे पर खड़ी रहेंगी।
हालांकि दादी-सा, बुआ-सा को अभिरा की आरती उतारने नहीं देंगी। दादी-सा कहेंगी, ‘अब क्या आरती उतारें इसकी। आए दिन ये लड़की घर में मुसीबत ले आती है और खुद मुसीबत में पड़ जाती है।
आरती उतारकर क्या मांगे? आओ देवी इस घर की बची कुची सुख शांति को खराब कर दो।’ अभिरा को दादी-सा की बात का बहुत बुरा लगेगा।
अभिरा इमोशनल हो जाएगी और दादी-सा से कहेगी, ‘आप सही कह रही हैं दादी-सा। मेरी आरती उतारने की क्या जरूरत है। थाेड़ी-सी ही तो चोट आई है।’
इतना ही नहीं, वह दादी-सा पर तंज भी कसेगी। अपनी बात कहने के बाद अभिरा अकेले अपने कमरे की तरफ बढ़ेगी।
सीढ़ियां चढ़ते वक्त अभिरा के पैर में दर्द उठेगा और वह गिरने वाली होगी, लेकिन तभी अरमान आ जाएगा और उसे बचा लेगा। वह अभिरा को गोद में उठाकर कमरे में लेकर जाएगा।
फूफा-सा, दादी-सा को भड़काने की कोशिश करेंगे। वह कहेंगे, ‘मां-सा एक बार फिरसे सोच लीजिए। क्या आपकाे सच में लगता है कि ये केस अरमान को लड़ना चाहिए? मां-सा ये लड़की अभिरा बहुत तेज है।
आड़ी टेड़ी हरकतें करके अरमान की हमदर्दी हासिल करना चाहती है।’ माधव, अभिरा के सपोर्ट में सामने आएंगे। वह सबके सामने फूफा-सा पर तंज कसेंगे और उन्हें चुप करवा देंगे।
इधर सब अपने कमरे में चले जाएंगे। उधर अरमान अपने केस पर काम करते-करते अभिरा के लिए नूडल्स बनाएगा। ऐसे में रूही, अरमान की मदद करने के लिए उसके पास जाएगी।
लेकिन अरमान, रूही की मदद लेने से इनकार कर देगा। रूही, अरमान पर तंज कसेगी। अरमान भड़क जाएगा और रूही पर चिल्लाने लगेगी। हालांकि, अगले ही पल उससे माफी भी मांग लेगा।
फूफा-सा, दादी-सा के कान भरने का एक भी मौका नहीं छोड़ेंगे। वह दादी-सा को अरमान के खिलाफ करने की कोशिश करेंगे। अभिरा, दादी-सा और फूफा-सा की बातें सुन लेगी।
वह फूफा-सा की बातों का जवाब देने उनके पास जाएगी। हालांकि, तभी अरमान आ जाएगा। अरमान, अभिरा को कमरे में वापस भेज देगा और उसके बाद फूफा-सा की क्लास लगाएगा।