अगर सोचिए अपना ऐप बनाने के लिए Java, Python, या Swift जैसी डरावनी लगने वाली प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के जाल में फंसने की कोई जरूरत नहीं पड़ी तो.
दरअसल, हम इसलिए ऐसा बोल रहे है क्योकि, अब AI आपका पर्सनल इंजीनियर, आपका डिजाइनर और आपका डेवेलपर, सब कुछ बनने के लिए तैयार है. बस आपको थोड़ा सब्र चाहिए और बढ़िया AI टूल्स की बेसिक सब्सक्रिप्शन.
इस कड़ी में हम आपको एक ऐसी AI टूल्स के बारे में बताने जा रहे है. जिसे आप ऐप ही नहीं बल्कि आप पैस भी कमा सकते हैं.
जिस AI टूल्स के बारे में हम बता करे है, शायद अब तक आपने सुन होगा. अगर नहीं सुना तो बता दें कि Vibe Coding एक प्रोसेस है जिससे बिना प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की जानकारी के आप एक वर्किंग ऐप तैयार कर सकते हैं और पैस भी कमा सकते हैं.
अगर आप अपना पहला ऐप बनाने का मन बना चुके हैं, तो बस इन स्टेप्स को फॉलो करते जाइए. यहां टूल्स के नाम भी हैं जिनमे से कोई भी टूल आप यूज कर सकते हैं.
अगर आप अपना पहला ऐप बनाने का मन बना चुके हैं, तो बस इन स्टेप्स को फॉलो करते जाइए. यहां टूल्स के नाम भी हैं जिनमे से कोई भी टूल आप यूज कर सकते हैं.
पहला स्टेप: आइडिया और प्लानिंग यह सबसे इंपॉर्टेंट स्टेप है. सिर्फ एक ऐप बनाना है ये सोचना काफी नहीं है. खुद से ये पूछें कि आ ऐप से क्या प्रॉब्लम सॉल्व करना चाहते हैं.
ये ऐप लोगों की कौन सी प्रॉब्लम सॉल्व करेगा, जैसे रोहन स्ट्रीट फूड वालों को ग्राहक दिलाना चाहता था.
इसमें क्या-क्या खास फंक्शन होंगे? यूजर प्रोफाइल, मेन्यू लिस्ट, ऑनलाइन पेमेंट, रेटिंग सिस्टम, मैप्स.
ऐप पैसे कैसे कमाएगा? सब्सक्रिप्शन से, विज्ञापनों से, या हर ऑर्डर पर कमीशन से?.
इस प्लानिंग के लिए आप ChatGPT या Gemini जैसे AI की मदद ले सकते हैं. बस अपना आइडिया बताएं और वह आपको फीचर्स और कमाई के मॉडल पर सजेशन दे सकता है. आपको इसके लिए लंबे प्रॉम्प्ट लिखने होंगे.
स्टेप 2: अगर डिज़ाइन खराब है, तो यूजर ऐप को तुरंत डिलीट कर देगा. लेकिन अब आपको किसी महंगे UI/UX डिजाइनर की जरूरत नहीं.
ऐसे करें ऐप डिजाइन: Magicpatterns, Uizard या Figma के AI प्लगइन्स का यूज क सकते हैं. इन वेबसाइट्स पर जाकर आप सिर्फ कमांड दे सकते हैं, जैसे, 'एक मॉडर्न फिटनेस ट्रैकर ऐप के लिए डैशबोर्ड स्क्रीन बनाओ जिसमें स्टेप्स, कैलोरी और हार्ट रेट दिखे'.