26 मई यानी आज वट सावित्री का व्रत रखा जा रहा है.
वट सावित्री का व्रत महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सफल वैवाहिक जीवन के लिए रखती हैं.
आज के दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और पूजा-पाठ करती हैं.
इस दिन वट वृक्ष की पूजा का विशेष महत्व है मान्यता है कि वट वृक्ष के नीचे ही यमराज ने सावित्री के पति सत्यवान के प्राण लौटाए थे.
वट सावित्री व्रत के दिन शादीशुदा महिलाओं को मेहंदी, लाल चूड़ियां, सिंदूर और कुमकुम वितरित करना चहिये.
वट वृक्ष की पूजा के समय भिगोया हुआ काला चना, गेहूं, केले, मौसमी फल और लाल रंग का कपड़ा चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है.
आज के दिन बरगद के वृक्ष को लाल गुड़हल और लाल गुलाब के फूल जरूर चढ़ाएं. वैवाहिक जीवन के लिए शुभ माना जाता है.
ज्योतिषियों के अनुसार, वट सावित्री व्रत के दिन कुछ उपायों को करना बहुत ही शुभ माना जाता है.
आज के दिन बरगद के वृक्ष को लाल गुड़हल और लाल गुलाब के फूल जरूर चढ़ाएं. वैवाहिक जीवन के लिए शुभ माना जाता है.