वास्तु के अनुसार शू रैक सही जगह नहीं रखने से कई मुश्किलें हो सकती है.
शू रैक रखने के लिए पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम दिशा सबसे शुभ मानी जाती है, इससे घर में स्थिरता और समृद्धि बनी रहती है.
शू रैक को मुख्य द्वार के ठीक सामने या उसके पास न रखें, इससे घर में प्रवेश करने वाली सकारात्मक ऊर्जा बाधित होती है.
बेडरूम में शू रैक रखने से बचें, इससे दांपत्य जीवन में तनाव और बेचैनी का माहौल बन सकता है.
किचन के पास जूते-चप्पल या शू रैक न रखें, इससे स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं पैदा हो सकती हैं.
पूजा स्थल के पास शू रैक रखना वास्तु दोष उत्पन्न करता है, और मन में बेचैनी बढ़ा सकता है.
सीढ़ियों के नीचे शू रैक रखने से मानसिक तनाव और बाधाएं बढ़ सकती हैं, यह स्थान संकुचित ऊर्जा का प्रतीक माना गया है.
गंदे और बिखरे हुए जूते-चप्पल न रखें, इससे घर में रोग और नकारात्मकता का प्रवेश होता है.
खुली शू रैक की जगह दरवाजे वाली बंद शू रैक का प्रयोग करें, इससे जूते नजर से ओझल रहते हैं और ऊर्जा का संतुलन बना रहता है.
शू रैक को समय-समय पर साफ करते रहें और पुराने, फटे जूते तुरंत हटा दें, ये जूतें घर की ऊर्जा को दूषित करते हैं और प्रगति में रुकावट लाते हैं.