वास्तु के अनुसार आगरा आप कछुआ रिंग को गलत तरीके से पहनने से कई नुक्सान हो सकते हैं.
कछुआ रिंग हमेशा चांदी की होनी चाहिए, तभी यह शुभ फल देती है और मानसिक ऊर्जा बढ़ाती है.
इसे खरीदने और धारण करने का सबसे शुभ दिन शुक्रवार है, जो माता लक्ष्मी से जुड़ा होता है.
रिंग को घर लाने के बाद गंगा जल या दूध-जल के मिश्रण से शुद्ध करें और फिर माता लक्ष्मी के सामने रखें.
रिंग पहनने से पहले 108 बार “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का जाप करें और अगरबत्ती दिखाएं.
रिंग पहनते समय ध्यान रखें कि कछुए का मुख आपकी तरफ हो, बाहर की तरफ नहीं, वरना धन हानि हो सकती है.
कछुआ रिंग को दाहिने हाथ की मध्यमा (मिडल) या तर्जनी (इंडेक्स) उंगली में ही पहनना चाहिए.
रिंग को बार-बार घुमाना या उसकी दिशा बदलना मना है, इससे सकारात्मक ऊर्जा भटक जाती है.
मेष, कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वाले इसे ज्योतिष सलाह के बिना न पहनें, ग्रह दोष बढ़ सकता है.
नियमों के अनुसार पहनी गई कछुआ रिंग न केवल धनवृद्धि करती है, बल्कि आत्मबल और सकारात्मकता भी बढ़ाती है.