वास्तु शास्त्र के अनुसार लिविंग रूम से जुड़ी अहम बातें जो आपके घर को खुशियों से भर सकती हैं.
लिविंग रूम की दिशा पूर्व, उत्तर या उत्तर-पूर्व सबसे शुभ होती है, इन दिशाओं में बने लिविंग रूम से करियर, सेहत, धन और आपसी रिश्तों में सुधार होता है.
दक्षिण-पूर्व या दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम में लिविंग रूम न बनाएं, इन दिशाओं में बना फैमिली लाउंज आपसी विवाद और संवादहीनता का कारण बन सकता है.
दीवारों के रंग हल्के और शांत रखने चाहिए, हल्के नीले, हरे या पीच रंग सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाते हैं, जबकि काले या गहरे रंग तनाव बढ़ाते हैं.
दीवारों पर सकारात्मक चित्र ही लगाएं, उगते सूरज, फल या प्रसन्न मुद्रा में घोड़े की तस्वीर लगाने से सुख, समृद्धि और यश बढ़ता है.
लिविंग रूम में भारी सजावट या डरावने चित्र न लगाएं, युद्ध, शिकार या उदासी दर्शाने वाले चित्र मनोबल को कमजोर कर सकते हैं.
मनीप्लांट, बैम्बू या इंडोर ग्रीन प्लांट्स पूर्व या उत्तर दिशा में रखें, इनसे घर में समृद्धि, ताजगी और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है.
सूखे, कांटेदार या बोन्साई पौधों से बचें, ये पौधे वास्तु दोष लाते हैं और नकारात्मकता फैलाते हैं.
फर्नीचर की दिशा और सामग्री पर ध्यान दें, भारी फर्नीचर दक्षिण या पश्चिम में और हल्का फर्नीचर पूर्व या उत्तर में रखें. लकड़ी का फर्नीचर शुभ माना गया है.
फर्नीचर की दिशा और सामग्री पर ध्यान दें, भारी फर्नीचर दक्षिण या पश्चिम में और हल्का फर्नीचर पूर्व या उत्तर में रखें. लकड़ी का फर्नीचर शुभ माना गया है.