वास्तु शास्त्र के अनुसार गैस चूल्हे से घर में शांति और बरकत बनी रहती है.
गैस चूल्हा खरीदने के लिए गुरुवार का दिन सबसे शुभ माना जाता है. इस दिन की गई खरीदारी से घर में सुख और समृद्धि का प्रवेश होता है.
बुधवार और शनिवार को गैस चूल्हा खरीदने से बचें. इन दिनों खरीदारी करने से घर में वास्तु दोष उत्पन्न होते हैं और परिवार में मनमुटाव हो सकता है.
किचन में गैस चूल्हे की दिशा दक्षिण-पूर्व (आग्नेय कोण) होनी चाहिए. यह दिशा अग्नि तत्व से संबंधित होती है, जो चूल्हे के लिए सबसे अनुकूल मानी जाती है.
गैस चूल्हा कभी भी दक्षिण-पश्चिम दिशा में न रखें. इस दिशा में राहु का प्रभाव माना जाता है, जिससे घर में अशांति और कलह उत्पन्न हो सकती है.
पश्चिम दिशा में गैस चूल्हा रखने से आर्थिक तंगी बढ़ सकती है. यह दिशा चूल्हे के लिए अनुकूल नहीं मानी जाती है और धन हानि का कारण बन सकती है.
उत्तर-पश्चिम दिशा में गैस चूल्हा रखने से करियर और व्यवसाय में प्रगति मिलती है. यह दिशा परिवर्तन और नए अवसरों से जुड़ी मानी जाती है.
रसोईघर में गैस चूल्हा हमेशा साफ और व्यवस्थित रखें. वास्तु शास्त्र में गंदगी को नकारात्मक ऊर्जा का कारण माना गया है.
गैस चूल्हे के सामने या पीछे दर्पण न लगाएं. इससे अग्नि तत्व की ऊर्जा प्रभावित होती है, और मानसिक अस्थिरता उत्पन्न हो सकती है.