खाना बनने के बाद सबसे पहले भगवान को भोग लगाना शुभ माना गया है, इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
किचन में मंदिर बनाना वास्तु के अनुसार उचित नहीं होता, इससे मानसिक तनाव और धैर्य की कमी हो सकती है.
किचन में मंदिर है तो उसे पर्दे से ढंकना और साफ-सुथरा रखना जरूरी है, वरना यह दोष पैदा कर सकता है.
रसोई में अनावश्यक सामान इकट्ठा न करें, क्योंकि इससे गंदगी बढ़ती है और स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है.
बाथरूम और किचन पास-पास होने पर नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है, इसलिए बाथरूम का दरवाजा हमेशा बंद रखें.
अगर किचन घर के मुख्य द्वार के सामने है तो इसके प्रवेश द्वार पर पर्दा लगाना जरूरी है.
सुबह नहाने से पहले किचन में प्रवेश करना वास्तु दोष को जन्म दे सकता है, इसलिए पहले स्नान करें फिर भोजन बनाएं.
किचन में साफ-सफाई को सर्वोच्च प्राथमिकता दें, यहां फैली गंदगी परिवार के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है.
घर की रसोई अगर वास्तु अनुसार संचालित हो तो न सिर्फ स्वास्थ्य बेहतर रहता है, बल्कि आर्थिक समृद्धि भी बनी रहती है.