वास्तु की माने आटा गूंथने के भी नियम हैं.
आटा गूंथने में तांबे के बर्तन में रखा हुआ जल प्रयोग करें. यह जल शुद्ध और पवित्र माना जाता है और इससे सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है.
जरूरत से ज्यादा आटा गूंथना और फिर उसे फ्रिज में रखना वास्तु दोष पैदा करता है. बासी आटे से दरिद्रता और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं आती हैं.
आटे के गोले पर उंगली से निशान बनाना जरूरी है, ताकि यह पिंड के समान न लगे. पिंड का संबंध पितरों से होता है, इसलिए यह संकेत शुभ नहीं माना जाता.
गूंथे हुए आटे को बिना ढके छोड़ना नकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करता है. इससे घर का वातावरण प्रभावित होता है.
ज्यादा देर तक रखा हुआ आटा बैक्टीरिया पनपने का कारण बन सकता है, जिससे घर में बीमारियां फैल सकती हैं.
रसोई में घुसने से पहले हाथ-पैर धोकर साफ-सुथरा रहना चाहिए. इससे सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है.
गुस्से या तनाव में आटा गूंथना वास्तु दोष पैदा करता है. सकारात्मक मन से काम करें.
आटा गूंथते समय देवी-देवताओं का ध्यान करें, इससे भोजन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.