वास्तु शास्त्र के अनुसार बेडरूम में एकदम अंधेरा करने के बजाय हल्की रोशनी होना मानसिक रूप से सुकून देने वाला होता है.
नाइट बल्ब को दक्षिण-पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है, यह दिशा ऊर्जा का संचार बनाए रखती है और रात में सकारात्मक माहौल देती है.
उत्तर-पश्चिम दिशा भी नाइट बल्ब के लिए अनुकूल होती है, यह दिशा नींद को स्थिर बनाती है और अवचेतन मन को शांत करती है.
दक्षिण-पश्चिम दिशा में नाइट बल्ब लगाने से बचें, यह दिशा वास्तु में मृत ऊर्जा का प्रतीक मानी जाती है और यहां रोशनी रखना अपशगुन माना गया है.
नाइट बल्ब में हल्का हरा रंग मानसिक संतुलन बनाए रखने में सहायक होता है और नींद को बेहतर करता है.
बेडरूम में रेड कलर के बल्ब का प्रयोग नहीं करना चाहिए, रेड कलर उत्तेजना बढ़ाता है और नींद को बाधित कर सकता है.
यदि न्यू कपल हैं और रेड लाइट रखना चाहें तो उसका शेड हल्का रखें, बहुत तेज लाल रंग अवचेतन मन को अशांत करता है.
नीली, हल्की पीली या ग्रीन लाइट नाइट बल्ब के लिए उपयुक्त होती है, ये रंग आंखों को आराम देते हैं और शरीर को रिलैक्स महसूस कराते हैं.
नीली, हल्की पीली या ग्रीन लाइट नाइट बल्ब के लिए उपयुक्त होती है, ये रंग आंखों को आराम देते हैं और शरीर को रिलैक्स महसूस कराते हैं.
वास्तु अनुसार लगाए गए नाइट बल्ब से नींद बेहतर होती है, रिश्तों में भी मिठास बनी रहती है.