वास्तु के अनुसार घर या ऑफिस में गाय और बछड़े की मूर्ति को सही दिशा में स्थापित किया जाए, तो यह धन, सौभाग्य प्राप्त कर सकतें हैं.
गाय को धरती माता का स्वरूप माना जाता है. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, यह जीवनदायिनी और कल्याणकारी मानी गई है, जो हर संकट से रक्षा करती है.
वास्तु के अनुसार, गाय की मूर्ति से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. यह मानसिक शांति और स्थिरता भी प्रदान करती है.
गाय और बछड़े की मूर्ति को घर या ऑफिस के ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) में रखना सबसे शुभ माना गया है, क्योंकि यह स्थान देवताओं का प्रतिनिधित्व करता है.
यदि घर में ईशान कोण में जगह नहीं है, तो आप उत्तर या पूर्व दिशा में भी गाय की मूर्ति रख सकते हैं. ये दोनों दिशाएं भी शुभ मानी गई हैं.
कामधेनु गाय की मूर्ति को पूजा स्थान में रखने से देवी-देवताओं के साथ इसकी भी आराधना होती है, जिससे सौभाग्य और आरोग्यता में वृद्धि होती है.
घर के मुख्य द्वार पर गाय की मूर्ति लगाने से नकारात्मक ऊर्जा बाहर ही रुक जाती है और भीतर सुख-समृद्धि का वास होता है.
वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार, चांदी की गाय और बछड़े की मूर्ति सबसे अधिक शुभ प्रभाव देती है. इसे पूजा स्थान पर स्थापित किया जाना चाहिए.
अगर चांदी संभव न हो तो तांबा या पीतल से बनी गाय की मूर्ति भी घर में रखने से धन और स्वास्थ्य में वृद्धि होती है.
सफेद संगमरमर या चीनी मिट्टी से बनी मूर्तियां भी शुभ मानी जाती हैं. इनसे भी सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि बनी रहती है.