वास्तु शास्त्र की माने तो पूर्वजों की फोटो सही दिशा में लगानी चाहिए.वरना कई नुकसान हो सकते हैं.
पूर्वजों की तस्वीरें हमेशा दक्षिण-पश्चिम या पश्चिम दिशा की दीवार पर लगानी चाहिए, यह दिशा पितरों की मानी जाती है और यहां लगाई गई तस्वीरें शुभ फल देती हैं.
मुख्य दरवाजे के पास या जिस स्थान पर लोगों की बार-बार नजर पड़े, वहां तस्वीरें लगाने से मानसिक अस्थिरता और अवसाद बढ़ सकता है.
घर का केंद्र मध्य भाग एनर्जी का मूल स्रोत होता है. यहां पूर्वजों की तस्वीर लगाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा फैल सकती है.
तस्वीरों पर धूल-मिट्टी जमी हो तो यह अशुभ माना जाता है. नियमित रूप से इनकी सफाई करें ताकि सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे.
पूर्वजों की तस्वीर के साथ किसी जीवित व्यक्ति की फोटो लगाना वर्जित है. इससे स्वास्थ्य और उम्र पर नकारात्मक असर हो सकता है.
सोने के स्थान में पूर्वजों की तस्वीर लगाने से शांति भंग हो सकती है और मानसिक तनाव बढ़ सकता है.
पितरों की तस्वीरों को देवी-देवताओं की मूर्तियों के साथ न रखें, इससे आध्यात्मिक ऊर्जा बाधित हो सकती है.
पूर्वजों की तस्वीरें हमेशा ऐसी ऊंचाई पर लगानी चाहिए कि बैठने पर वे आपके सिर के ऊपर रहें. इससे सम्मान बना रहता है.
अगर किसी पूर्वज की तस्वीर फटी या धुंधली हो गई हो तो उसे तुरंत हटा दें. ऐसी तस्वीरें दुर्भाग्य का संकेत देती हैं.