अक्सर लोगोंं की शिकायत होती है उनके बच्चों का मन पढ़ाई में नहीं लगता है.
फिर बहुत पढ़ाई करने के बाद भी बच्चे को सफलता नहीं मिलती या फिर मन पढ़ाई में बिलकुल नहीं लगता है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, इसके पीछे किसी प्रकार का वास्तु दोष हो सकता है. बच्चे का स्टडी रूम अगर सही न हो तो यह नकारात्मक प्रभाव डालता है.
तो चलिए जानते हैं बच्चों के पढाई करने का कमरा यानि स्टडी रूम आखिर किस दिशा में और कैसा होना चाहिए.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, स्टडी रूम हमेशा उत्तर–पूर्व दिशा में होना चाहिए, इस दिशा में बैठकर पढ़ने से पढाई में मन लगता है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार स्टडी रूम में खिड़कियां हमेशा उत्तर पूर्व या पूर्व दिशा में बनवाना चाहिए.
स्टडी रूम की दिवार हल्का और तटस्थ रंग जैसे सफ़ेद, बेज या ग्रे रंग से रंग का होना चाहिए.
स्टडी रूम में लैपटॉप, कंप्यूटर, लैंप आदि चीजें आग्नेय कोण में होना चाहिए.
स्टडी रूम के पास शौचालय नहीं बनवाना चाहिए. शौचालय से आने नेगेटिव एनर्जी पढ़ाई में मन नहीं लगता है.
बच्चों के रूम में स्टडी टेबल हमेशा दक्षिण दिशा में रखें.
स्टडी रूम में माता सरस्वती की तस्वीर या मूर्ति लगाना शुभ माना जाता है.