सीरत अपने घर से बाहर निकलती है, वह जल्दी जल्दी में कही जा रही होती है, दूसरी ओर मनबीर और साहिबा को अंगद की कार मिलती है मनबीर कार की हालत देख कर डर जाती है, वह साहिबा से पूछती है कि अंगद कहा है, साहिबा मनबीर से गलत न सोचने के लिए कहती है और उसे बताती है कि अंगद बिल्कुल सही सलामत था, तभी वह देखते है कि कार के पहियों ने कीलें लगी हुई है। साहिबा मनबीर को बताती है कि इन्ही कीलों की वजह से कार का एक्सीडेंट हुआ था, मनबीर कहती है कि ये किसी की साजिश है।