क्या आपको भी शाम होते ही चिंता और घबराहट होने लगती है, तो सनसेट एंग्जायटी के शिकार हो सकते हैं आइए जानते हैं लक्षण.
शाम होते ही अचानक चिंता और घबराहट का बढ़ना, खासकर सूरज के अस्त होते समय.
सूर्यास्त के साथ ही मन में नकारात्मक और तनावपूर्ण विचार आना, अकेलापन की भावना का उभरना, जो दिमाग को परेशान कर सकता है.
अचानक से दिल की धड़कन तेज होना या पसीना आना, शाम के समय सांस लेने में कठिनाई होना, जो चिंता और तनाव का संकेत हो सकता है.
रात में सोने में कठिनाई, या नींद का टूटना, शाम के समय सामाजिक मेल-जोल से बचना और एकांत में रहने की इच्छा बढ़ना.
इससे बचने के लिए रात को सोने से पहले दिमाग में चल रही बातें डायरी में लिखना चाहिए.
रिलैक्सिंग संगीत या पॉडकास्ट सुनना, सोने से एक घंटे पहले फोन से दूरी बना लें सोने से पहले 10 मिनट का मेडिटेशन करना.
सूरज ढलते वक्त प्राकृतिक जगहों पर समय बिताएं और मानसिक शांति के लिए परिवार और दोस्तों से बात करें.