हिंदू धर्म में सावन का महीना विशेष रूप से भगवान शिव की आराधना के लिए उत्तम होता है.
श्रावण मास 2025 की शुरुआत 11 जुलाई, शुक्रवार से हो रही है, जो 9 अगस्त को समाप्त होगी.
पहला सावन सोमवार 14 जुलाई 2025 को पड़ रहा है, जो कई शुभ योगों के साथ विशेष बन रहा है.
इस दिन आयुष्मान योग, सौभाग्य योग और धनिष्ठा नक्षत्र का संयोग पूजा-पाठ के लिए अत्यंत शुभ रहेगा.
सावन सोमवार के साथ ही इस दिन गजानन संकष्टी चतुर्थी व्रत भी पड़ रहा है, जो एक दुर्लभ संयोग है.
जलाभिषेक के लिए शुभ मुहूर्त सूर्योदय के बाद सुबह 5:33 बजे से दोपहर तक का समय है.
इस सावन मास में कुल चार सोमवार व्रत होंगे: 14, 21, 28 जुलाई और 4 अगस्त को.
धार्मिक मान्यता है कि सावन सोमवार को भगवान शिव की पूजा और व्रत करने से जीवन की बाधाएं दूर होती हैं और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है.