सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, माथे के अलग-अलग हिस्सों पर तिल के होने से व्यक्ति के भविष्य की दिशा और किस्मत पर असर पड़ता है.
सामुद्रिक शास्त्र तिल की जगह के आधार पर व्यक्ति की जीवन यात्रा बताता है.
माथे के दाहिने ओर तिल होने वाले लोग बुद्धिमान होते हैं, सफलता जल्दी मिल जाती है, सच्चा प्रेम कभी नहीं पा सकते, धोखे का डर रहता है.
बाएं तरफ तिल होने वाले लोग शांत स्वभाव के होते हैं. इन्हें सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है, कई बार प्रेम की प्राप्ति होती है, लेकिनचुनौतियों के साथ.
माथे के ऊपरी हिस्से में तिल होने से व्यक्ति को दैवीय शक्तियाँ प्राप्त होती हैं. इन लोगों के पास बहुत से मित्र होते हैं, करियर में सफलता मिलती है, वैवाहिक जीवन थोड़ी मुश्किलों से गुजरता
माथे के निचले हिस्से में तिल होने वाले लोग भावुक होते हैं. इन्हें जीवन में सफलता मिलती है, माता-पिता का प्यार मिलता है, आर्थिक स्थिति मजबूत रहती है, सच्चा प्रेम नहीं मिल पाता.
माथे के बीच में तिल होने वाले लोग अत्यंत भाग्यशाली होते हैं. स्वास्थ्य में समस्याएँ, मानसिक तनाव परेशान करता है, आर्थिक पक्ष मजबूत होता है, उम्र के साथ-साथ धन भी बढ़ता है,
इन्हें पारिवारिक सुख, दांपत्य सुख, भूमि सुख मिलता है