आजकल सफेद पोहे की जगह रेड राइस पोहे को ज्यादा पसंद किया जा रहा है।
लाल पोहा फाइबर, विटामिन बी, कैल्शियम,फास्फोरस जिंक, आयरन, मैंगनीज और मैग्नीशियम आदि पोषक तत्वों के साथ एंटीऑक्सीडेंट एंथोसायनिन से भरपूर है। इसके बहुत से फायदे हैं।
रेड राइस पोहे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स लो होता है इसलिए डायबिटीज पेशेंट के लिए एक बढ़िया नाश्ता है।
लाल पोहा कैल्शियम का बेहतरीन स्रोत है।साथ ही इसमें मैंगनीज, मैग्नीशियम और सेलेनियम भी पाया जाता है। यह हड्डियों और दातों को मजबूत बनाए रखता है।
लाल पोहे में फैट की मात्रा बहुत कम है जबकि यह फाइबर का बेहतरीन स्रोत है।
फाइबर से भरपूर चीज़ों के सेवन से आपका पेट देर तक भरा रहता है और आपको भूख कम लगती है।जिससे आपको वजन घटाने में मदद मिलती है।
लाल पोहे में मौजूद एंथोसायनिन एंटीऑक्सीडेंट ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ता है जो कि हृदय रोगों का एक बड़ा जोखिम कारक है।
साथ ही इसमें ट्रांस फैट और कोलेस्ट्रॉल भी बेहद कम होता है।
लाल पोहा एक प्रोबायोटिक फूड माना गया है। यह हेल्दी बैक्टीरिया के विकास में मदद करता है और आपके पेट और आंतों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।
एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन मिनरल्स से भरपूर लाल पोहा फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करता है। लाल पोहे के सेवन से एजिंग के लक्षण जल्दी नहीं नज़र आते।
लाल पोहे में स्वस्थ कार्ब्स होते हैं। जो आपको लंबे समय तक एनर्जेटिक महसूस कराते हैं।
लाल पोहे में सूजनरोधी गुण भी हैं। इसलिए यह इंफ्लेमेशन से जुड़ी समस्याओं से भी राहत देता है।
लाल पोहे में अच्छी मात्रा में प्रोटीन होता है जो मांसपेशियों की मरम्मत और वृद्धि में सहायता करता है।