एक्चुअल मीनोपाॅज से करीब पांच से दस साल पहले ही शरीर संकेत देना शुरु कर देता है। पैरीमीनोपाॅज के इस दौर में हड्डियों का वजन और उनकी सघनता कम होना शुरू हो जाती है।
पैरीमीनोपाॅज के दौरान हार्मोनल इंबैलेंस के चलते चेहरे और ठोड़ी पर बाल नजर आना, एडल्ट एक्ने,कमजोरी और थकावट, चिड़चिड़ापन, सिरदर्द आदि लक्षण दिख सकते हैं।
पैरीमीनोपाॅज के दौरान कई महिलाएं ब्रेन फाॅग को भी महसूस करती हैं यानी उनके दिमाग में असमंजस सा बना रहता है।
कई महिलाओं को इस दौरान हार्ट से संबंधित समस्याएं भी शुरू हो जाती हैं जैसे कि कोलेस्ट्रॉल और बीपी बढ़ना।
पैरीमीनोपाॅज के दौरान महिलाएं वजाइनल ड्राइनेस महसूस करती हैं।
पैरीमीनोपाॅज के दौरान बहुत सी महिलाएं ब्रेस्ट टेंडरनैस फील करती हैं। यानी उन्हें ब्रेस्ट में भारीपन और दर्द महसूस होता है।
पैरीमीनोपाॅज के दौरान स्किन पहले की तरह फ्रेश नजर नहीं आती। पैचेज़ नज़र जाने लगते हैं। डार्क स्पॉट्स और पिगमेंटेशन होने लगता है।
पैरीमीनोपाॅज के दौरान बाल पतले होने लगते हैं। उनकी शाइन चली जाती है। बाल तेजी से झड़ने भी लगते हैं।
पैरीमीनोपाॅज के दौरान वजन बढ़ने लगता है और शरीर फैला हुआ महसूस होता है।
पैरीमीनोपाॅज के दौरान यूरिनेशन से संबंधित बदलाव भी होते हैं। पेशाब या तो कम मात्रा और स्पीड में आने लगती है या रुक-रुक कर।
पैरीमीनोपाॅज के दौर में ही आपको अपनी एक्टिविटीज़ बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। नट्स, सीड्स, फल, सब्जियां बढ़ाएं।अपनी हाॅबी को डेवलप करें।