अगर आपकी बेटी पीसीओएस से जूझ रही है, उसके पीरियड्स टाइम पर नहीं आते तो डाइट में बदलाव ज़रूरी है. वरना आगे चलकर प्रेगनेंसी में दिक्कत आ सकती है.
पीसीओएस में लौकी, टिंडा और परवल जैसी सब्जियां फायदेमंद हैं.
पीसीओएस का चक्र तोड़ने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे पालक, मेथी, सरसों, लाल साग, बथुआ आदि का सेवन ज़रूर करें.
पानी और फाइबर से भरपूर खीरा पेट जल्दी भरता है. जिससे वेट लाॅस में मदद मिलती है.
पीसीओएस से पीड़ित हैं तो चुकंदर यानी बीटरूट खाएं. बीटरूट हार्मोन्स का बैलेंस सुधारता है. यह प्रजनन स्वास्थ्य और अंडे की गुणवत्ता में सुधार करता है.
पीसीओएस में हाई प्रोटीन डाइट लें. आप अंडे, दाल, पनीर, सोया, दूध जैसी चीज़ें डाइट में शामिल कर सकती हैं.
पीसीओएस से पीड़ित हैं तो अनार, सेब, अमरूद और कीवी जैसे फल खाएं. हाई शुगर वाले फल जैसे आम और केले को अवॉइड करें.
जीरे को गर्म पानी के साथ उबालकर इसका ड्रिंक बना लीजिए. इसमें थोड़े मेथी दाने भी डाल सकती हैं. यह पीसीओएस से मुकाबले के लिए एक शानदार ड्रिंक है.
हार्मोंस को संतुलित करने के लिए हेल्दी फैट लेना बहुत जरूरी है. इसके लिए आप गाय के दूध से बने देसी घी, बादाम, नारियल आदि का सेवन करें.
आपकी बेटी पीसीओएस से जूझ रही है तो नूडल्स, फ्रैंच फ्राइज़,शुगरी ड्रिंक, जंक फूड, व्हाइट ब्रैड, पास्ता, भुजिया-सेव, चिप्स के साथ पापड़, अचार, कैचप जैसी ज्यादा नमक वाली चीज़ें तुरंत किचन से बाहर कर दीजिए.