रामायण के कई ऐसे अनसुने तथ्य है जिससे आप भी अनजान होंगे.
लक्ष्मण ने श्रीराम के वनवास के 14 वर्षों तक एक पल के लिए भी नींद नहीं ली, उन्होंने निंद्रा देवी से वरदान मांगकर नींद त्याग दी थी.
वाल्मीकि रामायण के हर 1000वें श्लोक का पहला अक्षर मिलाकर पूरा गायत्री मंत्र बनता है. गायत्री मंत्र में कुल 24 अक्षर होते हैं, रामायण में 24,000 श्लोक.
राजा दशरथ के राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न से पहले एक बेटी भी थी, जिसका नाम शांता था. उसे अंगदेश के राजा रोमपद को गोद दे दिया गया था.
वनवास के दौरान श्रीराम जिस जंगल में ठहरे थे उसका नाम दंडकारण्य था. यह आज के छत्तीसगढ़, उड़ीसा, महाराष्ट्र और आंध्रप्रदेश के क्षेत्रों में फैला हुआ है.
पुत्र की प्राप्ति के लिए राजा दशरथ ने पुत्रकामेष्टि यज्ञ करवाया था. यह यज्ञ अयोध्या से लगभग 39 किलोमीटर दूर हुआ था और इसे ऋष्यशृंग ने संपन्न करवाया था.
भगवान राम तो विष्णु के अवतार थे ही, लक्ष्मण शेषनाग, भरत विष्णु का सुदर्शन चक्र और शत्रुघ्न शंख के अवतार थे.
सीता स्वयंवर में जिस धनुष को तोड़ना था, उसका नाम ‘पिनाक’ था और यह भगवान शिव का धनुष था.
मान्यता है कि यम के वचन के चलते श्री राम के अपने ही भाई लक्ष्मण को मृत्युदंड देना पड़ा था.
रावण की सेना में सैनिकों की कुल संख्या 72 करोड़ थी, जो आज भी कई लोगों को अचंभित कर देती है.