मानसून यानी कम एक्टिविटी, घर में रहने की मजबूरी और बढ़ता वजन,ऐसे में करेला खाएं.
करेले में कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट कम लेकिन फाइबर भरपूर होता है, जिससे वेट कंट्रोल में रहता है.
करेला मानसून के दौरान पाचन सुस्त होने पर भी भोजन को बेहतर तरीके से पचाने में मदद करता है. साथ ही यह कब्ज़ से राहत देता है क्योंकि इसमें लेक्सेटिव गुण होते हैं.
कम एक्टिविटी के इस मौसम में सुबह करेले का जूस पीने से शुगर कंट्रोल में रहती है.
करेले में हेपेटोप्रोटेक्टिवट गुण होते हैं. ये लिवर को स्वस्थ रखता है और इसमें लिवर डैमेज को रोकने की भी क्षमता है.
करेले में मौजूद फाइबर आपके शरीर से बैड कोलेस्ट्रॉल को हटाने में मदद करता है।
सैपोनिन, एल्कलॉइड, टैनिन जैसे तत्वों से भरपूर करेला पेट के कीड़ों को मारने में बेहद प्रभावी है.
ब्लड को प्यूरीफाय कर करेला स्किन पर अच्छा असर दिखाता है। साथ ही यह एक्ज़िमा समेत स्किन संक्रमण ठीक करने और घाव जल्दी भरने में मददगार है.
करेले का जूस पीने से मुंह के छालों से जल्द राहत मिलती है.