2014 में चुनाव आयोग को दिखाई वो चुनाव आयोग की वेबसाइट पर दिख जाएगी। 2016 में अमित शाह ने प्रेस कांफ्रेंस करके डिग्री की कॉपी सबको बांट दी थी।
2016 में गुजरात यूनिवर्सिटी ने भी मोदी जी की डिग्री और दोनों सांल की अंकसूची अपनी वेबसाइट पर डाल दी थी क्योंकि लोग बार बार RTI कर रहे थे।
फिर भी केजरीवाल को कीड़ा काटा और उसने RTI की। अब हाइकोर्ट ने उस पर तीखी टिप्पणी की और 25 हज़ार का जुर्माना ठोक दिया है।
कोई भी डिग्री असली है या नकली ये उसको जारी करने वाली यूनिवर्सिटी ही सत्यापित कर सकती है।
अधिकतर बड़ी कंपनियां अपने एम्प्लोयी का बैकग्राउंड वेरिफिकेशन करवाती हैं, जिसमे डिग्री भी सत्यापित करवाई जाती है वो भी यूनिवर्सिटी से ही पूछते हैं।
कुछ साल पहले खुद केजरीवाल पर इल्जाम लगे थे कि वो IIT में परीक्षा से नही बल्कि किसी कोटा से भर्ती हुए थे।
जब IIT खड़गपुर ने उत्तर दिया कि ऐसा कुछ नही था तो बात खत्म हो गई क्योंकि वही सही अथॉरिटी है। ऐसे ही गुजरात यूनिवर्सिटी ने कहा कि मोदी जी की डिग्री सही है तो बात खत्म मानी जानी चाहिए।
पर उड़ता तीर अपने **** पर न ले तो केजरीवाल कैसा !!😂😂 केजरीवाल या और किसी मे दम है तो कह दे कि गुजरात यूनिवर्सिटी ने झूठी डिग्री अपनी वेबसाइट पर डाल रखी है।