मां बनना दुनिया का सबसे खूबसूरत एहसास है जिसका इंतज़ार सभी को रहता है. लेकिन यह सफर लम्बा होता है.

इस दौरान माता पिता दोनों को कुछ खास बातों का ख्याल रखना होता है. थोड़ी से लापरवाही खुशियों को नजर लगा सकती है.
इसलिए प्रेग्नेंसी की प्लानिंग करने से पहले आप यह तो जान लें कि आपका शरीर इसके लिए तैयार है या नहीं.
प्लानिंग करने से पहले कपल्स को कुछ जरूरी मेडिकल टेस्ट करवाने चाहिए. ताकि प्रेग्नेंसी के दौरान और डिलीवरी के बाद बच्चा और माँ दोनों स्वस्थ रहे.
प्रेग्नेंसी प्लान करने से पहले, महिला और पुरुष दोनों को कुछ ज़रूरी मेडिकल टेस्ट करवाने चाहिए.
महिलाओं को कुछ रूटीन ब्लड टेस्ट कराना चाहिए. जिसमे ब्लड ग्रुप टेस्ट, ब्लड शुगर टेस्ट, सीबीसी, Rh फैक्टर, ब्लड प्रोटीन शामिल है.
हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी और एचआईवी की जांच करानी चाहिए.
महिलाओं को थैलेसीमिया स्क्रीनिंग करवाना भी जरूरी है. थैलेसीमिया बच्चे से मां को हो सकता है और इससे बच्चे में ब्लड संबंधित समस्याएं हो सकती हैं.
महिलाओं को किडनी प्रोफाइल, लिपिड प्रोफाइल, फास्टिंग और नॉन-फास्टिंग शुगर टेस्ट आदि करवाना चाहिए.
किसी भी तरह के यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन को चेक करने के लिए यूरिन टेस्ट कराना चाहिए. जिससे यूटीआई और किडनी से जुड़ी समस्याओं का पता लग सके.
पेल्विक अल्ट्रासाउंड भी आवश्यक है. अल्ट्रासाउंड पेल्विक समस्याओं को स्क्रीन करता है जैसे फाइब्रॉइड्स, ओवेरियन सिस्ट या फिर शारीरिक बनावट की समस्याएं.
गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर की जांच के लिए पैप स्मीयर टेस्ट कराएं.
कुछ टेस्ट पुरुषों को भी करवाने चाहिए. पुरुषों को भी ब्लड टेस्ट, यूरिन टेस्ट, स्पर्म कॉउंट और इन्फेक्शन की स्क्रीनिंग करवानी होती है.
गर्भावस्था के लिए कपल अपनी मानसिक स्वास्थ्य का भी जाँच कर ले. ताकि इसका असा बच्चे पर पड़े.
गर्भ में पलने वाले शिशु की सेहत के लिए दोनों पार्टनर्स अच्छी हेल्थ जरूरी होती है.