शारदीय नवरात्र का नौ दिन का महापर्व चल रहा है आज नवरात्रि का पांचवा दिन मां स्कंदमाता को समर्पित है.
स्कंदमाता भगवान कार्तिकेय (स्कंद) की माता हैं, स्कंदमाता को मातृत्व और करुणा की प्रतीक देवी भी माना जाता है. माँ अपने भक्तों को संतान सुख, बल, बुद्धि और ऐश्वर्य प्रदान करती हैं.
माता की कृपा पाने के लिए पंचमी तिथि पर मां स्कंदमाता के मंत्रों का जाप करना चाहिए.
माँ स्कंदमाता के मंत्रों का जाप करने से संतान सुख, परिवार में सुख-शांति और मानसिक शांति की प्राप्ति होती है. तो चलिए जानते हैं कुछ मंत्र.
नवरात्रि के पांचवे दिन विधि विधान से पूजा कर माँ स्कंदमाता के मूल मंत्र "ॐ देवी स्कंदमातायै नमः" का जाप करें.
ध्यान मंत्र- "सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया। शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी॥"
स्तुति मंत्र- "या देवी सर्वभू‍तेषु माँ स्कन्दमाता रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥"
मां स्कंदमाता का बीज मंत्र है:- "ह्रीं क्लीं स्वमिन्यै नम"
संतान प्राप्ति के लिए मंत्र- "ॐ स्कंदमात्रै नम:।।"