इन दिनों दावा किया जा रहा है कि दीवार पर गोबर लगाने से गर्मी का असर कम हो जाता है.
दिल्ली यूनिवर्सिटी के लक्ष्मीबाई कॉलेज की प्रिसिंपल का कॉलेज की दीवारों पर गोबर से लिपाई की जिसका वीडियो वायरल हो रहा है.
प्रिसिंपल का कहना था कि गाय का गोबर दीवारों पर लगाने से दीवारें गर्मी में ठंडी रहती हैं.
लेकिन क्या सच में इससे गर्मी कम होती है तो चलिए जानते हैं इसके पीछे आखिर क्या सच्चाई है.
पुराने वक्त घरों लकड़ी, मिट्टी और घास के बने होते थे जो कि वक्त के साथ खराब हो जाते थे.
ऐसे में घरों को बचाने के लिए लोग दीवारों को गोबर को मिट्टी के साथ मिलाकर पोतते थे. मिट्टी की दीवारों पर लेयर की तरह काम करता है.
ये लेयर कमरे की दीवारों को अंदर से गर्मी में ठंडा और ठंडी में गर्म रखता है. क्युकी इसकी वजह से हीट का ट्रांसफर धीमा हो जाता है. हीट एक तरफ से दूसरी तरफ आसानी से नहीं जा पाती है.
ग्रामीण इलाकों में हीटर और एयर कंडीशर का इस्तेमाल संभव नहीं था और कई इलाकों में अभी भी नहीं है.
इसलिए लोग आज भी कच्ची दीवारों को मिट्टी और गोबर लिपते हैं. दावा किया जाता है कि दीवारों पर लगा गोबर नेचुरल इंसुलेटर काम काम करता है.
गोबर से लीपा घर ठंडक का अहसास कराता है हालंकि यह कंक्रीट की दीवारों पर असर नहीं करता है. यह मिटटी की दीवारों पर काम करता है.