हरे लहसुन में पाया जाने वाला एलिसिन नामक तत्व बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है। यह बीपी को कम करने, गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने और हृदय रोगों से बचाने में मददगार हैं।
आयुर्वेद के अनुसार हरे लहसुन के सेवन से वात दोष के कारण शरीर के विभिन्न हिस्सों में हो रहे दर्दों से राहत मिलती है। इसके इन्फ्लेमेटरी गुण जोड़ों के दर्द से राहत देते हैं।
हरे लहसुन में एंटीफंगल, एंटीबायोटिक और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जिसके चलते यह विभिन्न तरह की स्किन डिसीज़ से हमारा बचाव करता है। स्किन यंग नजर आती है।
हरे लहसुन से बनी चीजों का सेवन करने से इम्यूनिटी बढ़ती है। खासकर गर्मागर्म हरे लहसुन का सूप पीने से सर्दी-जुकाम से बहुत राहत मिलती है।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर हरे लहसुन पेट के सेवन से कब्ज़,अपच,पेट की सूजन, गैस आदि से भी राहत मिलती है।
लहसुन में मौजूद अमीनो एसिड होमोसिस्टीन की मात्रा को कम करता है, जिससे ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है।
एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर हरा लहसुन ब्रेन को हेल्दी रखता है। यह ब्लड क्लाॅटिंग, ब्रेन स्ट्रोक और अल्जाइमर से बचाता है।
एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन सी और एलिसिन से भरपूर हरा लहसुन कैंसर कोशिकाओं को पनपने से रोकता है।