सीरियल 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' की कहानी में आप देखेंगे मिहिर नॉयना को तुलसी की जगह देने की कोशिश करेगा.
मिहिर नॉयना से कहेगा कि उसे परी को एक तोहफा देना चाहिए क्योंकि वो भी परी की मां की तरह है.
मिहिर का ये व्यवहार देखकर नॉयना का दिल खुश हो जाएगा. नॉयना एक बार फिर से मिहिर को हासिल करने के सपने देखना शुरू कर देगी.
नॉयना को लगेगा कि वो अपने प्लान में कामयाब हो रही है. ऋतिक जल्द ही मुनमुन की सच्चाई जानने की कोशिश करेगा.
मिताली की दोस्त इस काम में ऋतिक की मदद करेगी. ऋतिक जान जाएगा कि मुन्नी ने एक नकली आईडी बनाकर उससे बात की है.
सच सामने आते ही ऋतिक का दिल टूट जाएगा. ऋतिक बिना देर किए मुन्नी के पास पहुंच जाएगा.
ऋतिक मुन्नी को मुनमुन के नाम से बुलाएगा. मुनमुन नाम सुनकर मुन्नी घबरा जाएगी. जिसके बाद ऋतिक मु्न्नी को खूब जलील करेगा.
जल्द ही तुलसी, मुन्नी और ऋतिक की बातें सुनने वाली है. तुलसी ये बात जानकर चौंक जाएगी कि मुन्नी उसके बेटे पर डोरे डाल रही है. सच बाहर आते ही तुलसी मुन्नी को सबक सिखाने निकल जाएगी.
तुलसी मुन्नी से पूछेगी कि क्या वो एक नौकरानी होकर उसके घर की बहूरानी बनने की कोशिश कर रही है. तुलसी मुन्नी को अपने घर से बोरिया बिस्तर बांधने के लिए कहने वाली है.
दूसरी तरफ अंगद के सिर पर वृंदा के नाम पर भूत सवार हो जाएगा. अंगद बिना देर किए अंगद वृंदा से अपने प्यार का इजहार करने वाली है. ऐसे में वृंदा भी अंगद से अपने दिल की बात कहेगी.