मराठी अभिनेत्री केतकी चितले ने मई 2022 में फेसबुक पर एक कविता पोस्ट की, जिसमें शरद पवार पर कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी की गई थी.
यह कविता उनकी उम्र और राजनीतिक प्रभाव को लेकर व्यंग्य करती थी. हालांकि, केतकी ने दावा किया कि उन्होंने यह कविता खुद नहीं लिखी थी.
बल्कि इसे केवल शेयर किया था.इस पोस्ट में केवल उपनाम पवार और उनकी 80 वर्ष की उम्र का जिक्र किया गया था. अभी एनसीपी नेता 84 वर्ष के हैं.
पोस्ट में पवार की ओर कथित तौर पर इशारा करते हुए लिखा गया था.शरद पवार की पार्टी, एनसीपी, और उनके समर्थकों ने इसे अपमानजनक माना. इसके बाद, महाराष्ट्र में उनके खिलाफ कई FIR दर्ज की गईं.
ठाणे पुलिस ने उन्हें 14 मई 2022 को गिरफ्तार कर लिया. चितले के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 500, 501, 505 (2), 153 ए के तहत मामला दर्ज किया गया.
इस बीच पुणे में भी राकांपा के एक कार्यकर्ता की शिकायत पर चितले के खिलाफ इसी मामले में एक मामला दर्ज किया गया. इसमें मानहानि का भी मामला शामिल है.
नवी मुंबई के कलंबोली पुलिस थाने के बाहर एनसीपी की महिला शाखा की कार्यकर्ताओं ने उन पर काली स्याही और अंडे फेंके. ये घटना तब हुई जब उन्हें ले जाया जा रहा था.
इस पोस्ट के लिए केतकी को करीब 40 दिन जेल में रखा गया. जून 2022 में बॉम्बे हाई कोर्ट ने उन्हें जमानत दी. अदालत ने कहा कि उनकी पोस्ट व्यक्तिगत आलोचना थी, न कि सांप्रदायिक नफरत फैलाने वाली.
इस दौरान शरद पवार ने कहा था कि वह चितले को नहीं जानते हैं और यह भी नहीं जानते कि उस पोस्ट में क्या है.जेल से बाहर निकलने के बाद चितले ने कहा था कि उन्होंने तो सिर्फ पोस्ट को फेसबुक से कॉपी कर अपनी प्रोफाइल पर अपलोड किया था.
चितले ने कहा कि सिर्फ एक पोस्ट के लिए उनके खिलाफ 22 एफआईआर दर्ज की गई है.अभिनेत्री केतकी ने कहा था कि मैंने जो कुछ भी पोस्ट किया वह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अनुसार था.
अगर लोगों ने इसकी गलत व्याख्या की है तो वह कुछ नहीं कर सकती. उन्होंने कहा कि वे बिना किसी वजह के सलाखों के पीछे थी.ये तीनों घटनाएं उस समय की है जब महाराष्ट्र सरकार (MVA) की सरकार थी और उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे.