ज्येष्ठ पूर्णिमा का महत्व बाकी सभी पूर्णिमा से कहीं ज्यादा होता है.
ज्येष्ठ पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 10 जून को सुबह 11:35 से होगी, तिथि की समाप्ति 11 जून को दोपहर 01:13 पर होगी.
उदयातिथि के अनुसार 11 जून को व्रत और पूजन किया जाएगा, इस दिन चंद्रोदय का समय शाम 07:41 बजे रहेगा.
ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:02 से 04:42 बजे तक रहेगा, यह मंत्र जाप व ध्यान के लिए श्रेष्ठ समय है.
गोधूलि मुहूर्त शाम 07:18 से 07:38 तक रहेगा इस दौरान वट वृक्ष और तुलसी दर्शन शुभ माना गया है.
चंद्रमा की कृपा पाने के लिए तांबे के लोटे में दूध, चंदन और शहद मिलाकर अर्घ्य दें
अर्घ्य देंते हुए 7 बार ॐ श्रीं श्रीं चन्द्रमसे नम: बोलें इससे जल्द मनोकाना पूरी होगी.
आर्थिक संकट से मुक्ति हेतु पीपल पेड़ को जल अर्पित करें और मां लक्ष्मी का स्मरण करें.
चंद्र दोष दूर करने के लिए शिवलिंग पर गंगाजल और दूध चढ़ाकर ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें.