बरसात के मौसम में बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचाने और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए यह बेहद फायदेमंद है।जावित्री मौसमी सर्दी-जुकाम से भी बचाती है।
रोजाना सुबह आधा चम्मच जावित्री पाउडर पानी में घोलकर पीने से कोलेस्ट्रॉल कम करने में फायदा मिलता है।
जावित्री के सेवन से लिवर को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है।
जावित्री में एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं, इसे खाने में शामिल करने से शरीर में ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है।
जावित्री में किडनी को इंफेक्शन से बचाने में क्षमता होती है। यह विषैले पदार्थ निकाल किडनी की सफाई करती है और पथरी को गलाने में भी मददगार है।
गठिया के रोगी दो ग्राम जावित्री और आधा ग्राम सौंठ मिलाकर खाएं तो उन्हें दर्द से राहत मिलेगी। वहीं जावित्री का तेल जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द को दूर करता है।
जावित्री के सेवन से पेट दर्द, अपच, गैस, कब्ज़ और सूजन से राहत मिलती है।
जावित्री में एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं इसलिये यह ओरल हाइजीन के लिए बहुत अच्छी है।
जावित्री अनिद्रा की समस्या में भी फायदेमंद है। इसकी खुशबूदार चाय पीने से अच्छी नींद को बढ़ावा मिलता है।
जावित्री सूरज की हानिकारक किरणों से होने वाले नुकसान से स्किन का बचाव करती है।