इरिटेबल बाउल सिंड्रोम या IBS में पेट दर्द, लूज़ मोशन, पेट में मरोड़,भूख न लगना, वजन का गिरना, मल में म्यूकस आना जैसे लक्षण नज़र आते हैं। यह बहुत से लोगों को परेशान करने वाली समस्या है। आप भी अगर IBS से जूझ रहे हैं तो ये होम रेमेडीज़ आपके काम आएंगी।
इरिटेबल बाउल सिंड्रोम से पीड़ित लोगों को चाय-काॅफी आदि कैफीन युक्त पेयों से परहेज करना चाहिए।
इरिटेबल बाउल सिंड्रोम में पानी की मात्रा बढ़ा दें। कम से कम चार लीटर पानी ज़रूर पिएं।
आप नींबू पानी ले सकते हैं। यह पाचन तंत्र को मजबूत करेगा और तकलीफ़ों से तात्कालिक राहत भी देगा।
इरिटेबल बाउल सिंड्रोम में खाली पेट में छाछ या मठा न लेकर खाने के बाद लें।
कीवी का सेवन पाचन संबंधी समस्याओं सूजन और कब्ज को कम करने में मदद करता है।
केले में मौजूद एंजाइम कार्बोहाइड्रेट को पचाते हैं। केले से फाइबर भी मिलता है, जो पाचन और आंत के अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है।
सेब में पेक्टिन होता है जो आपकी आंतों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह कब्ज और दस्त से बचाव में मदद करता है।
पपीता में मौजूद पपैन कब्ज, सूजन जैसे IBS के लक्षणों को कम कर सकता है।
एवोकाडो में लाइपेज़ होता है जो अपच और पेट फूलने की समस्या से राहत दे सकता है।
इस दौरान आपको घी का सेवन करना हो तो गाय के घी का ही सेवन करें।