मां बनना एक सुखद अनुभव जरूर है, लेकिन प्रसव के बाद महिलाओं के शरीर और मन में कई बदलाव होते हैं.
बच्चे के जन्म के बाद महिलाओं की त्वचा पर रूखापन और खिंचाव के निशान जैसे स्ट्रेच मार्क्स साफ नजर आने लगते हैं, खासकर पेट और जांघों पर.
प्रसव के बाद शरीर में जमा फैट धीरे-धीरे कम होता है, जिसे बैलेंस्ड डाइट और हल्की एक्सरसाइज से मैनेज किया जा सकता है.
डिलीवरी के कुछ हफ्तों बाद बाल झड़ने की समस्या तेज हो जाती है और कुछ मामलों में बाल सफेद भी होने लगते हैं.
हार्मोनल बदलाव के कारण कुछ महिलाओं के दांत कमजोर हो जाते हैं, जिनमें झनझनाहट, दरारें या मसूड़ों में सूजन की शिकायत हो सकती है.
स्तनों में दूध बनने की प्रक्रिया और हार्मोन के असर से उनका आकार और संवेदनशीलता बढ़ जाती है.
प्रसव के बाद होने वाला वेजाइनल डिस्चार्ज एक सामान्य प्रक्रिया है, जो धीरे-धीरे अपने रंग और मात्रा में बदलाव लाता है, और इसकी स्वच्छता बेहद जरूरी होती है.
कई महिलाओं को अचानक उदासी, चिड़चिड़ापन या रोने का मन हो सकता है, जो 'बेबी ब्लूज' का हिस्सा है और इसका कारण तेज हार्मोनल बदलाव होता है.