अगर आप भी एंग्जायटी के शिकार हो चुकें हैं तो कछ प्रभावशाली तरिके बताए गए हैं, जिसे अपनाकर इससे मुक्ति पा सकते हैं.
रोजाना थोड़ी देर की फिजिकल एक्टिविटी जैसे वॉकिंग, साइक्लिंग या जिम जाना मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होती है. इससे एंडोर्फिन जैसे हैप्पी हार्मोन रिलीज होते हैं.
हर दिन 10-15 मिनट का मेडिटेशन या ध्यान मन को स्थिर करता है, योग के आसान आसनों जैसे बालासन और उत्तानासन करें.
आपका खानपान सीधा आपके मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, तली-भुनी जंक फूड की जगह अपनी डाइट में फल, सब्जियां, नट्स, बीन्स और सीड्स को शामिल करें.
ऑफिस या काम के बाद खुद को मोबाइल, लैपटॉप और टीवी स्क्रीन से थोड़ा दूर रखें, लगातार स्क्रीन देखने से मानसिक थकावट और तनाव बढ़ता है.
खेल खेलना सिर्फ बच्चों के लिए नहीं होता, वयस्कों के लिए भी यह एक थैरेपी की तरह काम करता है. चाहे बैडमिंटन हो, कैरम या क्रिकेट कोई भी खेल जो आपको पसंद हो.
अपने शौक जैसे पेंटिंग, सिंगिंग, राइटिंग या किताबें पढ़ना आपको सुकून दे सकते हैं. जब आप उन कामों में समय बिताते हैं जो आपको खुशी देते हैं, तो आपका तनाव अपने आप कम होने लगता है.
कॉफी, चाय और एनर्जी ड्रिंक्स में मौजूद कैफीन आपकी बेचैनी को बढ़ा सकता है. इससे नींद की गुणवत्ता भी प्रभावित होती है, जो एंग्जायटी को और अधिक बढ़ा सकती है
नींद की कमी मानसिक असंतुलन का सबसे बड़ा कारण होती है. हर दिन कम से कम 7-8 घंटे की नींद लेने से दिमाग और शरीर दोनों को आराम मिलता है और तनाव के स्तर में कमी आती है.
अपने आसपास पॉजिटिव सोच वाले लोगों का साथ रखें. अपनी भावनाओं को किसी करीबी के साथ शेयर करना भी बहुत मददगार हो सकता है.