हनुमान चालीसा का जो भी भक्त श्रद्धा और नियमपूर्वक पाठ करता है, उसे सिद्धियां, साहस, बुद्धि और संकटों से मुक्ति मिलती है.
वैसे तो हनुमान चालीसा का पाठ कभी भी कर सकते हैं लेकिन कुछ स्थितियों में इसके पाठ से परहेज या सावधानी रखनी चाहिए.
महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान हनुमान चालीसा का पाठ नहीं करना चाहिए.
अगर परिवार में किसी की मृत्यु हुई हो या कोई शोक का समय हो हनुमान चालीसा का पाठ नहीं करना चाहिए.
तामसिक भोजन या शराब के सेवन के बाद हनुमान चालीसा का पाठ न करे
पति-पत्नी के तुरंत संबंध बनाने के बाद हनुमान चालीसा का पाठ करना वर्जित है.
बिना नहाये, गंदे शरीर या गंदे कपड़े में अशुद्ध स्थिति में हनुमान चालीसा का पाठ न करे.
मान्यता है कि दोपहर में हनुमान चालीसा का पाठ नहीं करना चाहिए, कहा जाता है, हनुमान जी दोपहर में लंका में विभीषण के पास होते हैं.