अन्वी इस बातचीत को सुन लेती है और सावी के प्रति सुरेखा की नकारात्मक टिप्पणियों पर सवाल उठाती है, और उसे वह सब याद दिलाती है जो सावी ने उनके परिवार के लिए किया है। सुरेखा ने सावी के लिए ईशान के पिछले बलिदानों का उल्लेख करके अपने शब्दों का बचाव किया और जोर देकर कहा कि सावी को उसका आभारी होना चाहिए, न कि इसके विपरीत।