गुम है किसी के प्यार में अब तक आपने देखा कि चिन्मय बैंड बाजे के साथ भोसले मैनसन में एंट्री करेगा और ईशान के खिलाफ जहर उगलेगा।
वह सवि से भी बदमीजी करेगा और सवि से कहेगा कि वह उसे घर से निकालेगा। सवि चिन्मय को जवाब देगी कि भले ही वह ईशान का दादा है लेकिन यहां दादागीरी नहीं दिखा सकता।
पूरी फैमिली सवि का चेहरा देखती रहेगी। बहस बढ़ती देख ईशान सवि को रोकेगा। सवि चिन्मय से कहेगी कि वह उसे इस घर से नहीं भगाएगी बल्कि उसे घर का हिस्सा बनाने की कोशिश करेगी। चिन्मय सवि की तरफ गुस्से से बढ़ेगा तो ईशान उसे रोक देगा।
ईशान चिन्मय से कहेगा कि बहुत हो गया। बोलेगा कि राव साहब से उसकी जो भी दुश्मनी है इसका ये मतलब नहीं कि वह घर के लोगों से बदतमीजी करेगा।
ईशान बोलेगा कि अपनी पत्नी और घरवालों से ऐसे बात करने का हक उसने किसी को नहीं दिया।
ईशान और चिन्मय के झगड़े में राव साहब चिल्लाएंगे कि वह इस घर के मालिक हैं और हमेशा रहेंगे। वह चिन्मय पर बरसेंगे कि उसके घर में ऐसा नाटक करने की हिम्मत कैसे हुई।
सुरेखा रोकेगी। राव साहब चिन्मय पर चिल्लाएंगे कि बहुत बड़ा गुंडा है कर गुंडागर्दी। चिन्मय उनसे भी बदतमीजी करेगा।
चिन्मय राव साहब से कहेगा कि वह उनके घर में आग लगाने आया है। राव साहब चिन्मय से कहेंगे कि इस घर में बहुत से नौकर-चाकर हैं, वह किसी के साथ भी रह सकता है। चिन्मय जीतू के साथ रहने की बात करेगा।
बोलेगा कि राव साहब की इच्छा पूरी कर देते हैं। चिन्मय जीतू से कहेगा कि वह अपनी वजह से उसे परेशान नहीं करेगा। वह उससे कहेगा कि जीतू ऊपर सोएगा और वह नीचे।
अक्का साहब उसे मनाने आ जाएंगी। चिन्मय अक्का साहब से कहेगा कि ईशान को साथ रखने के लिए उसकी आई को निकाल दिया लेकिन उसके लिए साहब से बहस नहीं की।
चिन्मय ईशान को ताना मारेगा कि उसे तो घर का बेस्ट कमरा मिला होगा। शिखा चिन्मय को समझाएगी। सवि इस मैटर में घुसने की कोशिश करेगी तो ईशान इशारे से मना कर देगा। चिन्मय घर कैसे लौटा इसका राज भी खुलेगा। सवि ने शिखा को आइडिया दिया था कि चिन्मय से बोले कि तलाक चाहिए तो 1 महीने घर आकर रुके।
सवि शिखा से चिन्मय की बुराई करेगी। शिखा बोलेगी कि चिन्मय दिल के बुरे नहीं हैं लेकिन पता नहीं ऐसा बर्ताव क्यों कर रहा है। शिखा अपनी शादी की शुरुआत बताएगी। शिखा बताएगी कि जब वह नई आई थी तो चिन्मय बहुत केयर करता था। उसके लिए चाय बना लाता था और बहुत इज्जत करता था।
शिखा बोलेगी कि अब इतना बदल गया कि उसे पहचान तक नहीं पा रही। सवि सोच में पड़ जाएगी कि चिन्मय में बदलाव की वजह क्या हो सकती है। अक्का साहब चिन्मय रो-रोकर उसे बताएंगी कि उसके लिए कितना रोई है। वह उसे सारे कपड़े दिखाएगी जो चिन्मय के लिए खरीदे। चिन्मय फिर ईशान को बीच में लाएगा।