नमस्ते करना तो हमारी संस्कृति है ये खराब नहीं हो सकती। इसी के साथ सवी सभी बोर्ड मेंबर के जवाबों का बखूबी सवाल देती है, जबकि ईशान उसे आड़े -टेड़े जवाब पूछकर मुश्किलें खड़ी करने की कोशिश करते है। आखिर में ईशान सवी को बास्केटबाल खेलने के लिए चैलेंज करता है।