हिन्दू धर्म में गंगा नदी विशेष महत्व रखती है. इसे पवित्र माना गया है.
किसी भी धार्मिक अनुष्ठान, पूजा-पाठ और मांगलिक कार्यों में गंगाजल का प्रयोग किया जाता है.
मां गंगा की पूजा के लिए हर साल गंगा दशहरा का पर्व मनाया जाता है.
गंगा दशहरा का पर्व बहुत शुभ माना जाता है यह मां गंगा की पूजा के लिए समर्पित है.
धार्मिक मान्यता के अनुसार, इसी दिन राजा भगीरथ की घोर तपस्या के फलस्वरूप मां गंगा स्वर्ग से धरती पर अवतरित हुई थीं ताकि उनके पूर्वजों का उद्धार हो सके.
हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा मनाया जाता है.
इस साल गंगा दशहरा का पर्व 5 जून 2025 को मनाया जाएगा.
दशमी तिथि की शुरुआत 04 जून को रात 11:55 मिनट पर होगी और समापन 6 जून को रात करीब 2:14 मिनट पर होगी. इसलिए 5 जून 2025 को मनाया जाएगा.
इस दिन माँ गंगा पूजा-पाठ करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है. और पवित्र नदी में स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं.