हिन्दू धर्म में बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक पर्व दशहरा बड़े ही धूमधाम से बनाया जाता है.
इस दिन मां दुर्गा ने महिषासुर का संहार किया तो भगवान श्रीराम ने रावण का वध कर बुराई का अंत किया और धर्म की स्थापना की.
दशहरा के दिन श्री राम और माता दुर्गा की विधि विधान से पूजा करने से सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है.
दशहरा के दिन नीलकंठ के भी विशेष महत्व है. दशहरे के दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन करना बेहद शुभ माना जाता है.
हिंदू धर्म-शास्‍त्रों के अनुसार, श्री राम ने रावण के संहार से पहले नीलकंठ का दर्शन किया था और उन्हें जीत मिली थी.
इसी तरह नीलकंठ पक्षी भगवान शिव का रूप माना जाता है. समुद्र मंथन के दौरान जब शिव जी ने विष पिया तो उनका कंठ नीला पड़ गया और फिर उन्हें नीलकंठ कहा गया.
इसी वजह से प्राचीन काल में राजा महाराजा दशहरे के दिन यात्रा से पहले नीलकंठ का दर्शन किया करते थे.
मान्यता है नीलकंठ के दर्शन से देवी की कृपा मिलती है. जिससे जीवन में सुख- समृद्धि बनी रहती है. धन की वृद्धि होती है.