दुर्गा सप्तशती जिसे चंडी पाठ भी कहा जाता है, दुर्गा सप्तशती का पाठ बेहद पवित्र और लाभकारी माना जाता है.
वैसे तो दुर्गा सप्तशती का पाठ रोज किया जा सकता है लेकिन नवरात्रि में इसका पाठ करना बेहद शुभ होता है.
दुर्गा सप्तशती का पाठ करते समय कुछ नियमों का ध्यान रखना चाहिए वरना इसका पूरा फल नहीं मिल पाता.
दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से पहले स्नान कर लाल या पीले कपडे पहने और माता की पूजा, मंत्र जाप कर दुर्गा सप्तशती का पाठ करें.
दुर्गा सप्तशती का पाठ अधूरा और बीच में नहीं छोड़ना चाहिए। सप्तशती के तीनों खंडों प्रथमिक, मध्य और उत्तर का पाठ करना चाहिए.
ध्यान रहे दुर्गा सप्तशती पाठ हमेशा शांत मुद्रा में बैठकर करें, साथ ही जिस स्थान पर बैठे शांत व स्वच्छ हो.
पाठ करते समय बीच में न उठें और न बोलें साथ ही जल्दबाजी में पाठ न करें और शब्दों का उच्चारण साफ और लय में करें.
दुर्गा सप्तशती के 13 अध्यायों का पाठ करने के बाद अंत में माता रानी से क्षमा प्रार्थना जरूर करें .