गर्मियों का मौसम ऐसा समय होता है जो बच्चों के साथ वेकेशन के लिए होता है.
इस चिलचिलाती गर्मी में घूमने का प्लान बना रहे हैं छत्तीसगढ़ के बस्तर स्थित धुरवा डेरा घूमने आ सकते हैं. यहाँ शांत, सुकून और हसीन वादियों का दीदार कर सकते हैं.
धुरवा डेरा, धुड़मारास गांव में स्थित है. जो जिला मुख्यालय जगदलपुर से महज 40 किलोमीटर दूर कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में है.
धुड़मारास गांव Dhudmaras village दुनिया भर के उन 20 गांवों में से एक है, जिसे सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव उन्नयन कार्यक्रम में भाग लेने के लिए चुना गया है.
यह गांव घने जंगलों से घिरा हुआ है और गांव के बीच से कांगेर नदी बहती है. आसपास खूबसूरत झड़ने, छोटे छोटे तालाब और पहाड़ है.
धुरवा डेरा में आदिवासी परंपरा, रीति रिवाज देखने को मिलती है. साथ ही लोकल और देसी स्वादिस्ट व्यंजन का भरपूर आनंद ले सकते हैं.
रुकने के लिए यहाँ होम स्टे की सुविधा है जो गांव के घरों की तरह है. साथ ही स्थानीय लोग अपने घरों को पर्यटकों के लिए उपलब्ध कराते हैं इसलिए यह जगह मेहमाननवाजी के लिए भी जाना जाता है.
खाने में बस्तर के पारंपरिक व्यंजन जैसे फरा, चावल-रोटी और लाल चींटी की चटनी का स्वाद ले सकते हैं.
यहाँ की बैम्बू राफ्टिंग और कायकिंग काफी मशहूर है. युवा इसका मजा लेने के लिए दूर दूर से पहुंचते हैं.
धुड़मारास पहुंचने के लिए जगदलपुर रेलवे स्टेशन से आप बस या ऑटो या ऑटो-रिक्शा उपलब्ध है.