Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में सिर्फ जीवन की सफलता और राजनीति की बातें नहीं कीं, बल्कि उन्होंने बताया कि किन स्थानों से दूरी बनाना ही समझदारी होती है. उनका मानना था कि कुछ जगहें ऐसी होती हैं जहां रहने से व्यक्ति का मानसिक, सामाजिक और आर्थिक पतन हो सकता है. उन्होंने स्पष्ट रूप से पांच ऐसी जगहों का उल्लेख किया है जहां जाने या अधिक समय रुकने से केवल अपमान, असफलता और दुख ही हाथ लगता है.
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में सिर्फ जीवन की सफलता और राजनीति की बातें नहीं कीं, बल्कि उन्होंने बताया कि किन स्थानों से दूरी बनाना ही समझदारी होती है. उनका मानना था कि कुछ जगहें ऐसी होती हैं जहां रहने से व्यक्ति का मानसिक, सामाजिक और आर्थिक पतन हो सकता है. उन्होंने स्पष्ट रूप से पांच ऐसी जगहों का उल्लेख किया है जहां जाने या अधिक समय रुकने से केवल अपमान, असफलता और दुख ही हाथ लगता है.