आचार्य चाणक्य, जिनकी नीतियां आज भी जीवन का मार्गदर्शन करती हैं.
चाणक्य नीति में बताया गया है कि बुद्धिमान लोग कुछ बातें कभी किसी से साझा नहीं करते.
बुद्धिमान लोग अपनी गरीबी या आर्थिक समस्याओं को दूसरों से नहीं बताते क्योंकि अधिकतर लोग दिखावटी सहानुभूति देते हैं.
पर्सनल परेशानियों को सबके सामने लाने से व्यक्ति मजाक और आलोचना का पात्र बन सकता है, बुद्धिमान लोग अपनी समस्याएं खुद सुलझाते हैं.
पत्नी के गुण, विचार या आपसी झगड़े सार्वजनिक करना रिश्ते को कमजोर करता है.
अपनी गरीबी को बार-बार नहीं बताया जाता, बुद्धिमान लोग चुपचाप मेहनत करते हैं और हालात सुधारते हैं.
खुद की बढ़ाई करना, झूठी डींगें हांकना कम आत्मविश्वास, मूर्खता की निशानी है.
समझदार लोग विनम्रता से अपनी पहचान बनाते हैं.
बुद्धिमत्ता सिर्फ ज्ञान नहीं, व्यवहार में भी झलकती है.