आचार्य चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में बताया है रात में जागने से क्या नुक्सान हो सकते हैं.
देर रात तक जागना जीवन पर नकारात्मक असर डालता है.
फोन या काम की वजह से जागना उम्र को प्रभावित करता है.
चाणक्य के अनुसार देर तक जागना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है.
मानसिक समस्याओं और तनाव की आशंका बढ़ती है.
सोचने-समझने की शक्ति कमजोर होती है.
रात में जागने से चिंता बढ़ती है माना जाता है की चिंता, चिता के समान है.
व्यक्ति गलत सोच और भ्रम का शिकार हो सकता है .
नींद की कमी से आर्थिक तंगी की संभावना आती है.
धन से जुड़ी समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है.